नाथ पंथी का अर्थ
[ naath penthi ]
नाथ पंथी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषणसंज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- वे नाथ पंथी शिष्य परंपरा से जुड़े रहे।
- नाथ पंथी योगियो का भी खासा प्रभाव है ।
- कबीर पर सिध्द और नाथ पंथी योगियों का भी प्रभाव पडा ,
- कबीर पर सिध्द और नाथ पंथी योगियों का भी प्रभाव पडा ,
- काश कोई नाथ पंथी एक ब्लॉगर होता ! घर दुआर की परम्परा के परे।
- ऐसी विषम परिस्थिति में पूर्व से प्रचलित वज्र यानी सिध्द और कापालिक तथा नाथ पंथी अपना प्रभाव डालने लगे।
- नाथ पंथी योगी महायोगी गुरु गोरक्षनाथ को चारों युगों में विद्यमान , अयोनिज , अमरकाय और सिद्ध महापुरुष मानते हैं।
- नाथ पंथी महायोगी गुरु गोरक्षनाथ भ्रमण करते हुए हिमाचल प्रदेश की कालीधार पहाड़ी स्थित ज्वाला देवी के स्थान पर पहुँच गये .
- कबीर की भक्ति पर वैष्णव विचारधारा का आंशिक प्रभाव पडा , कबीर पर सिध्द और नाथ पंथी योगियों का भी प्रभाव पडा , कबीर पर सूफी मत का भी काफी प्रभाव दृष्टिगोचर होता है ।
- हमें किसी भी भाषा के इतिहास लिखते समय निकटस्थ क्षेत्र के कृषिगत या कृषि में होने वाली भाषा / ज्ञान भाषा पर भी पुरा ध्यान देना चाहिए जिस पर अबोध बंधु बहुगुणा ने ध्यान नही दिया कि गढवाली , कुमाउनी और नेपाली भाषाओँ में कृषि गत ज्ञान या कृषि सम्बन्धी शब्द एक जैसे हैं इस दृष्टि से भी नाथ पंथी साहित्य गढवाली का आदि साहित्य नही माना जाना चाहिए आधुनिक कविता इतिहास यद्यपि गढवाली कविता कि समालोचना एवम कवियों कि जीवनवृति लिखने कि शुरुवात पंडित तारादत्त गैरोला ने १ ९ ३ ७ इ.